आज का अभ्यास
*आज का अभ्यास*
*दीपक वंदना*
*शुभम करोति कल्याणं, आरोग्यं धन संपदाम्। शत्रु बुद्धि विनाशाय, दीपं ज्योति नमोस्तुते*।।
*अर्थ*
इस मंत्र का सरल अर्थ यह है कि शुभ और कल्याण करने वाली, आरोग्य और धन संपदा देने वाली, शत्रु बुद्धि का विनाश करने वाली दीपक की ज्योति को नमस्कार है।
*सरस्वती वंदना*
ॐ नमस्ते शारदे देवी , काश्मीर पुर्वासिनी
त्वां अहं प्रार्थये नित्यं , विद्यां बुद्धिं च देहिमे !!
*अर्थ*
काश्मीर में निवास करने वाली हे शारदा देवी में आपको नमस्कार करता हूँ l
में नित्य आपसे प्रार्थना करता हूँ कि आप मुझे विद्या और बुध्दि प्रदान करे ll
Comments
Post a Comment